मेरे इस दर्द की वजह भी तुम हों,
और मेरे इस दर्द की दवा भी तुम हों,
वो नमक जख्मो पें लगाते हैं तो क्या,
मोहोब्ब्त करने की वजह भी तों तुम हों.
मुजे कबुल हैं हर दर्द हर तकलीफ तेरी चाहत मैं,
सीर्फ ईतना बता दे, क्या तुजे भी मेरी मोहोब्ब्त कबुल हैं ?
प्यार सभी को जीना सीखा देता है,
वफा के नाम पर मरना सीखा देता है,
प्यार नहीं किया तो करके देखलो यारों,
जालीम हर दर्द सहना सीखा देता है.