कोई फर्क नही पड़ता की तुमने किसे चाहा और कितना चाह,
हमे तो ये पता है की हमने तुम्हे चाहा और हद से ज्यादा चाहा..
दर्द है दिलमे पर इसका ऐहसास नहीं होता,
रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,
बरबाद हो गये हम उनकी मोहोब्बत में,
और वो कहते हैं की इस तरह प्यार नहीं होता..
अब छोड़ दिया हैं इश्क का स्कुल हमने भी,
हमसे अब मोहोब्बत की फ़ीस अदा नही होती..
ना जाने मोहोब्बत में कितने अफसाने बन जाते हैं,
शमा जिसको भी जलाती हैं वो परवाना बन जाता हैं,
कुछ हासिल करना ही इश्क की मंजिल नही होती,
किसी को खोकर भी कुछ लोग दीवाने बन जाते है..
कौन कहता है की आंसुओ में वजन नही होता,
ऐक भी छलक जाता है तो मन हल्का हो जाता हैं..